प्रेम करना
दरअसल एक प्रक्रिया है
संसार को सुन्दर बनाने की
मुसीबत में
दोस्ती की तरफ
हाथ बढाने की
बारिश में
किसी के ऊपर
छाते की तरह
छा जाने की
किसी के पास
बहुत पास
जाने की
किसी को अपने करीब
बहुत करीब
बुलाने की
किसी को सुबह सुबह
नीद से जगाने की
किसी को थपकी देकर
बिस्तर पर सुलाने की
गोपनीय से गोपनीय
बातों को बताने की
अव्यक्त को व्यक्त कर
जताने की
जीवन के तमाम रहस्यों को
मिलकर सुलझाने की
थोडा सा झिझकने
थोडा सा शर्माने की
ये एक ऐसी नज़्म है
जिसकी बहुत जरूरत है आज
ज़ुल्म के खिलाफ
गाने की
विमल कुमार
दरअसल एक प्रक्रिया है
संसार को सुन्दर बनाने की
मुसीबत में
दोस्ती की तरफ
हाथ बढाने की
बारिश में
किसी के ऊपर
छाते की तरह
छा जाने की
किसी के पास
बहुत पास
जाने की
किसी को अपने करीब
बहुत करीब
बुलाने की
किसी को सुबह सुबह
नीद से जगाने की
किसी को थपकी देकर
बिस्तर पर सुलाने की
गोपनीय से गोपनीय
बातों को बताने की
अव्यक्त को व्यक्त कर
जताने की
जीवन के तमाम रहस्यों को
मिलकर सुलझाने की
थोडा सा झिझकने
थोडा सा शर्माने की
ये एक ऐसी नज़्म है
जिसकी बहुत जरूरत है आज
ज़ुल्म के खिलाफ
गाने की
विमल कुमार
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें