जब घूम रहे हैं भेडिये
प्रेमियों की शक्ल में
तो मैं किस किस को करूँ प्यार
प्रेमियों की शक्ल में
तो मैं किस किस को करूँ प्यार
जब मंडरा रहे हों गिद्ध
चारों तरफ
जिस्म को नोचने पर उतारू
तो बोलो तुम पर कैसे करूँ विश्वास
चारों तरफ
जिस्म को नोचने पर उतारू
तो बोलो तुम पर कैसे करूँ विश्वास
जब शराब के नशे में
बचपन का दोस्त
हो जाये अचानक बलात्कारी
तो कैसे लगाऊं
उसके अच्छे होने का कयास
बचपन का दोस्त
हो जाये अचानक बलात्कारी
तो कैसे लगाऊं
उसके अच्छे होने का कयास
जब धोका दे हर पल
मेरा ही जीवन साथी
तो उसके साथ कैसे पूरी करूँ
मैं अपनी नींद
कैसे देखूं मिलकर कोई ख्वाब
मेरा ही जीवन साथी
तो उसके साथ कैसे पूरी करूँ
मैं अपनी नींद
कैसे देखूं मिलकर कोई ख्वाब
मैं इतने दुःख में कभी नहीं थी
नहीं थी इतने गहरे संकट में
नहीं थी इतने गहरे संकट में
कि ज़िन्दगी मुझे अकेली ही जीनी पड़े
और रह जाऊं
मैं अतृप्त
मर जाएँ मेरी इच्छाएं
मेरे भीतर
नहीं कर पाऊं
किसीको प्यार
और रह जाऊं
मैं अतृप्त
मर जाएँ मेरी इच्छाएं
मेरे भीतर
नहीं कर पाऊं
किसीको प्यार
मरने के बाद
क्या तुम दोगे मुझे
मुझे फिर से यह जीवन
क्या तुम दोगे मुझे
मुझे फिर से यह जीवन
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