चला गया हूँ अब
तुम्हारे सामने से जरुर
परिदृश्य से गायब हो गया हूँ
तुम्हारे सामने से जरुर
परिदृश्य से गायब हो गया हूँ
तुम मुझे खोजोगे
तो किसी जलसे में भी नहीं मिलूँगा
नहीं दिखूंगा कहीं
किसी चीज़ की ओट में
न किसी किताब में
न किसी अखबार की तस्वीर में
न किसी रुपहले परदे पर बहस में
न किसी अखबार की तस्वीर में
न किसी रुपहले परदे पर बहस में
मैं तुम्हारे शहर में भी नहीं हूँ
नदी और समंदर और पर्वतों और जंगलों से भी बहुत दूर
दूर गुफाओं से
नदी और समंदर और पर्वतों और जंगलों से भी बहुत दूर
दूर गुफाओं से
लेकिन मैं मर नहीं गया हूँ
एक कब्र में रहता जरुर हूँ
जलकर राख जरुर हो गया हूँ
एक कब्र में रहता जरुर हूँ
जलकर राख जरुर हो गया हूँ
जब तक आग है
धुआं हैं
बहता हुआ खून है
है सीने में जलन
कसमसाती रगें हैं
भिची हुई मुठियाँ है
मैं ज़िंदा हूँ
लेकिन तुम मुझे देख नहीं सकते हो
किसी शब्द में कर सकते हो महसूस
धुआं हैं
बहता हुआ खून है
है सीने में जलन
कसमसाती रगें हैं
भिची हुई मुठियाँ है
मैं ज़िंदा हूँ
लेकिन तुम मुझे देख नहीं सकते हो
किसी शब्द में कर सकते हो महसूस
तुम मुझसे बिना किसे पते के मिल सकते हो
मैं मरा नहीं हूँ
ज़िंदा हूँ
तुम्हारी आँखों में
एक सपना बनकर
और सपने कभी दफन नहीं होते
वे नहीं रहते कभी किसी
कब्र में .
एक मुर्दे की तरह .
मैं मरा नहीं हूँ
ज़िंदा हूँ
तुम्हारी आँखों में
एक सपना बनकर
और सपने कभी दफन नहीं होते
वे नहीं रहते कभी किसी
कब्र में .
एक मुर्दे की तरह .
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