दे दो मुझे
वो सब कुछ
जो बहुत जरूरी सामान है
मेरे जीने के लिए
अगर वो काम लायक नहीं हो
तुम्हारे लिए
हालाँकि यह कहते हुए मुझे
लालच की आती है गंध
अपने ही भीतर
इस जीवन ने मुझे कितना लालची बना दिया है
कल देखी जब तुम्हारी तस्वीर हंसती हुई
तो यही इच्छा हुई
कि तुम से मांग लूँ मैं
तुम्हारी यह हंसी
रखूं इसे अपने पास
एक रुमाल की तरह अपनी जेब में
दे दो मुझे
जो तुम्हारे लिए भले ही
रद्दी की चीज़ बन गयी हो
इसी में मैं खोज लूँगा अपने
लिए कोई खुशी
दे दो मुझे वह सब कुछ
जो खरीदा नहीं जा सकता हो इस दुनिया में
जो हो इतना बेशकीमती
कि उसका मूल्य नहीं लगाया जा सकता हो
दे दो मुझे
जो तुम्हारे कंधे पर एक बोझ
की तरह हो
जो हो कमरे में अँधेरे की
मानिंद .
जो शब्दों में
किसी भाषा में
अमूर्त ही हो
जो नहीं हो जिस्मानी
जो रूहानी सा लगता हो
जब साँस लेने से बच जाये थोड़ी सी हवा
तो मुझे देना कि मैं भी जी सकूँ
जब रोने के बाद भी बच जाएँ
आंसू
जब रौशनी चली जाये आँखोंसे
तो अपनी आँखे दे देना
कि उसमे डाल सकूँ मैं अपनी
आँखों की ज्योति
दे देना तुम
जो तुम्हारे लिए हो एक तरह से
तुम्हारी दी हुई हर चीज़ काम
आयेगी मेरे लिए
तुम भले ही अपना प्यार न दे सको मुझे
दे देना तुम अपने हांथों की
मेहंदी के कुछ फूल
अगर तुम्हे अपनी खुशी देने
में हो किसी तरह की कोई मुश्किल
अपनी थोड़ी उदासी ही दे देना
इसी के सहारे कट जायेगी
अब यह ज़िन्दगी
जिसे काटना कितनी तकलीफ्देह
हो गया है
इस वक़्त में .
देना इतना ही
कि अगर नहीं लौटा सका मैं तुम्हे
इस जीवन में अगर
मरने के बाद जरुर लौटा संकू
एक दिन
तुम्हारी दी हुई हर चीज़
अब क़र्ज़ है मेरे लिए
एक नया कर्ज़दार हूँ मैं
तुम्हारा
ब्याज भी देने को तैयार हूँ
लेकिन तुमने कह दिया है
मुझसे
तुम्हारे पास देने को नहीं
है कुछ भी
तो फिर ले ही लो
जो मैं तुम्हे चाहता हूँ
देना
बिना तुमसे मिले हुए कभी
इस जीवन में .
विमल कुमार
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