कुछ दाग मेरे ऊपर भी है
अब मरने से पहले
स्वीकार लेना चाहिए मुझे
अब मरने से पहले
स्वीकार लेना चाहिए मुझे
लालच और नफरत
आग और धुआं
क्या क्या नहीं था
मेरे भीतर भी
आग और धुआं
क्या क्या नहीं था
मेरे भीतर भी
जिन्दगी भर
एक भेडिये से लड़ता रहा
एक गीदड़ से झगड़ता रहा
अपन चेहरा बदलता रहा
एक भेडिये से लड़ता रहा
एक गीदड़ से झगड़ता रहा
अपन चेहरा बदलता रहा
शिकस्त होता रहा
कबूल कर लेना चाहिए अब
मुझे अपने सारे गुनाह
तुमसे विदा लेने से पहले
मुझे अपने सारे गुनाह
तुमसे विदा लेने से पहले
एक मुखौटा मैंने भी पहन रखा था
कब्र के भीतर सोते हुए
एक चश्मा लगा रखा था आँखों पर
अंधेरों को ढोते हुए
कब्र के भीतर सोते हुए
एक चश्मा लगा रखा था आँखों पर
अंधेरों को ढोते हुए
दफन होगया मैं जरूर
जो लिखा गया इतिहास
मेरा बारे में
वो सच नहीं था
जो लिखा गया इतिहास
मेरा बारे में
वो सच नहीं था
कुछ दाग मेरे ऊपर थे
लेकिन अपने दाग मैं छिपाता रहा
दूसरों के दाग देखकर
रोज़ मैं चिल्लाता रहा
लेकिन अपने दाग मैं छिपाता रहा
दूसरों के दाग देखकर
रोज़ मैं चिल्लाता रहा
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